नमस्कार मित्रो आज आपके मध्य लेकर आये है, भारत के एमपी राज्य के समन्धित जिलों की जानकारी मानचित्र भौगोलिक स्थिति अनुसार जो भी जिले है उसको बताया जायेगा! जिले मुख्यालय से लेकर उसके क्षेत्रफल , जनसंख्या आंकड़े इतियादी | प्रदेश में कुल 55 जिले हैं, जो राज्य के बेहतर प्रबंधन में मदद करते हैं | हर जिले की अपनी खासियत है और ये राज्य की समृद्ध संस्कृति और विकास में अहम योगदान देते हैं | इन जिलों की विविधता और सामर्थ्य मिलकर मध्य प्रदेश को एक ताकतवर राज्य बनाते हैं | Mp राज्य में प्रसाशनिक अधिकारी जैसे जिला कलेक्टर, जिन्हें जिला मजिस्ट्रेट भी कहते हैं, हर जिले के प्रमुख होते हैं | उनका मुख्य काम है कानून-व्यवस्था बनाए रखना, सरकार के लिए राजस्व एकत्र करना और यह सुनिश्चित करना कि सरकारी योजनाएं सही तरीके से लागू हों | वे अपने जिले में सब कुछ ठीक से चलाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हैं |
मध्यप्रदेश सरकार ने 2020 में, मध्य प्रदेश सरकार ने तीन नए जिले बनाए – 1. छछौरा, 2. मैहर और 3. नागदा | इससे राज्य के जिलों की संख्या 52 से बढ़कर 55 हो गई | यह कदम इस बात का संकेत है कि राज्य स्थानीय स्तर पर बेहतर प्रबंधन करना चाहता है और बढ़ती आबादी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रों का विकास करना चाहता है | जिससे हर जिले में किसी भी प्रकार की कोई सार्वजनिक कमी नहीं हो |
MP मध्य प्रदेश का प्रशासनिक ढांचा
एमपी सरकार मध्य प्रदेश को बेहतर तरीके से प्रबंधित और अच्छा करने के लिए 10 प्रशासनिक विभागों में बांटा गया है | इन विभागों के तहत आसपास के जिले एक साथ आते हैं, जिससे संसाधनों का सही तरीके से उपयोग और नीतियों का पालन करना आसान हो जाता है | यह व्यवस्था राज्य सरकार को अपने विशाल क्षेत्र का प्रबंधन अधिक प्रभावी ढंग से करने में मदद करती है, साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि राज्य के हर हिस्से में विकास पहुंचे | मध्य प्रदेश के सभी जिलों की सूची यह दिखाती है कि राज्य किस तरह से मजबूत और संगठित है |
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(विभाग व मुख्यालय) और (जिले)
मध्यप्रदेश के जिलों के अनुसार प्रत्येक जगह पर उसके विभाग व कार्यालय अपनी अलग अलग श्रेणी में राज्य को बाटा गया है | सबसे पहले आपके सामने विभाग का नाम व मुख्यालय का नाम दिखाई देगा और उसके बाद अपने जिले का नाम दिया जायेगा जो नीचे दर्शाया है |
विभाग | मुख्यालय | जिले |
---|---|---|
भोपाल | भोपाल | भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा |
चंबल | मुरैना | मुरैना, श्योपुर, भिंड |
ग्वालियर | ग्वालियर | ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना |
इंदौर | इंदौर | अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन |
जबलपुर | जबलपुर | बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडोरी, पंधुरना |
नर्मदापुरम | नर्मदापुरम | बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम |
रीवा | रीवा | रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मौगंज, मैहर |
सागर | सागर | छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी |
शहडोल | शहडोल | अनूपपुर, शहडोल, उमरिया |
उज्जैन | उज्जैन | आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन |
MP मध्य प्रदेश के जिलों की पूरी सूची
MP प्रदेश में कुल 55 जिले हैं, और हर एक जिले की अपनी अलग पहचान है | यह सूची आपको हर जिले की अहम जानकारी देती है, जिससे आप समझ सकते हैं , कि राज्य किस तरह से व्यवस्थित है और लोग कहां रहते हैं | आइए, हम मध्य प्रदेश के सभी जिलों पर एक नजर डालते हैं | कुल जिलों की संख्या यह दिखाती है कि राज्य वास्तव में कितना विशाल और विविध है | अलग अलग जिले में कैसे कैसे लोगो का रहन सहन और उसके संस्कृति का ढंग कैसा होता है , सबकी अलग बोलिया भाषा शामिल है |

जिला | क्षेत्रफल (वर्ग किमी) | जनसंख्या (2011) | मुख्यालय |
---|---|---|---|
आगर मालवा | 2,785 | 571,275 | आगर मालवा |
अलीराजपुर | 3,182 | 728,999 | अलीराजपुर |
अनूपपुर | 3,746 | 749,237 | अनूपपुर |
अशोकनगर | 4,674 | 845,071 | अशोकनगर |
बालाघाट | 9,229 | 1,701,698 | बालाघाट |
बड़वानी | 5,432 | 1,385,881 | बड़वानी |
बैतूल | 10,043 | 1,575,362 | बैतूल |
भिंड | 4,459 | 1,703,005 | भिंड |
भोपाल | 2,772 | 2,371,061 | भोपाल |
बुरहानपुर | 2,473 | 757,847 | बुरहानपुर |
छतरपुर | 8,687 | 1,762,375 | छतरपुर |
छिंदवाड़ा | 11,815 | 2,090,922 | छिंदवाड़ा |
दमोह | 7,306 | 1,264,219 | दमोह |
दतिया | 2,038 | 786,754 | दतिया |
देवास | 7,020 | 1,563,715 | देवास |
धार | 8,153 | 2,185,793 | धार |
डिंडोरी | 7,427 | 704,524 | डिंडोरी |
गुना | 6,485 | 1,241,519 | गुना |
ग्वालियर | 5,214 | 2,032,036 | ग्वालियर |
हरदा | 3,339 | 570,465 | हरदा |
इंदौर | 3,898 | 3,276,697 | इंदौर |
जबलपुर | 5,210 | 2,463,289 | जबलपुर |
झाबुआ | 6,782 | 1,025,048 | झाबुआ |
कटनी | 4,927 | 1,292,042 | कटनी |
खंडवा | 4,927 | 1,310,061 | खंडवा |
खरगोन | 4,927 | 1,873,046 | खरगोन |
मैहर | 1,134 | 40,192 | मैहर |
मंडला | 5,805 | 1,054,905 | मंडला |
मंदसौर | 5,530 | 1,340,411 | मंदसौ |
मौगंज | 1,866 | 616,645 | मौगंज |
मुरैना | 4,991 | 1,965,970 | मुरैना |
नागदा | * | * | नागदा |
नरसिंहपुर | 5,133 | 1,091,854 | नरसिंहपुर |
नीमच | 4,267 | 826,067 | नीमच |
निवाड़ी | 1,170 | 404,807 | निवाड़ी |
पंधुरना | 1,522 | 374,310 | पंधुरना |
पन्ना | 7,135 | 1,016,520 | पन्ना |
रायसेन | 8,446 | 1,331,597 | रायसेन |
राजगढ़ | 6,154 | 1,545,814 | राजगढ़ |
रतलाम | 4,861 | 1,455,069 | रतलाम |
रीवा | 6,434 | 2,365,106 | रीवा |
सागर | 10,252 | 2,378,458 | सागर |
सतना | 7,502 | 2,228,935 | सतना |
सीहोर | 6,578 | 1,311,332 | सीहोर |
सिवनी | 8,758 | 1,379,131 | सिवनी |
शहडोल | 6,205 | 1,066,063 | शहडोल |
शाजापुर | 3,460 | 941,403 | शाजापुर |
श्योपुर | 6,585 | 687,861 | श्योपुर |
शिवपुरी | 10,278 | 1,726,050 | शिवपुरी |
सीधी | 4,851 | 1,127,033 | सीधी |
सिंगरौली | 5,672 | 1,178,273 | वैधान |
टीकमगढ़ | 3,878 | 1,040,359 | टीकमगढ़ |
उज्जैन | 6,091 | 1,986,864 | उज्जैन |
उमरिया | 4,026 | 644,758 | उमरिया |
विदिशा | 7,371 | 1,458,875 | विदिशा |
MP प्रदेश के सबसे बड़े और सबसे छोटे जिले के नाम
बात करेंगे MP के सबसे बड़ा जिला
छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है, जो 11,815 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है | यहां 20 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं, जो इसे सांस्कृतिक और व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाता है | छिंदवाड़ा में घने जंगल और उपजाऊ कृषि भूमि का अनोखा संगम देखने को मिलता है, जो इसे प्रकृति के लिहाज से खास बनाता है | मध्य प्रदेश के जिलों की सूची यह दिखाती है कि छिंदवाड़ा अन्य जिलों से कैसे अलग है |
और उसके बाद सबसे छोटा जिला
निवाड़ी मध्य प्रदेश का सबसे छोटा जिला है, जिसका क्षेत्रफल सिर्फ 1,170 वर्ग किलोमीटर है | हालांकि यह छोटा है, निवाड़ी में 4 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं | यह जिला अपने ऐतिहासिक मंदिरों और महलों के लिए जाना जाता है, जो राज्यभर से इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करते हैं |
MP प्रदेश के जिलों के बारे में दिलचस्प तथ्य जानकारी को जाने
- इंदौर, जहां सबसे अधिक लोग रहते हैं, राज्य का सबसे स्वच्छ शहर भी है | यह अन्य भारतीय शहरों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है |
- पन्ना जिला खास है क्योंकि यह भारत का एकमात्र स्थान है, जहां लोग आज भी हीरे की खनन करते हैं |
- उज्जैन जिले में हर 12 साल में कुंभ मेला होता है, जो एक विशाल धार्मिक आयोजन है | इसमें लाखों श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में आते हैं |
- उमरिया जिले में बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान है, जो भारत में सबसे ज्यादा बंगाल टाइगर होने के लिए प्रसिद्ध है |
- छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो के मंदिर इतने महत्वपूर्ण हैं कि उन्हें यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है | ये मंदिर प्राचीन भारतीय निर्माण कला का बेहतरीन उदाहरण हैं |
- MP के भोपाल, जहां राज्य सरकार स्थित है, में दो खूबसूरत झीलें हैं | इस वजह से इसे झीलों का शहर कहा जाता है |
- नर्मदापुरम जिले में स्थित पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो राज्य के मध्य में एक ठंडा और शांत स्थान प्रदान करता है |
MP राज्य से जुड़े महत्पूर्ण सवाल (FAQs)
MP में 2025 के साल में कितने जिले हो सकते है ?
2025 तक मध्य प्रदेश में 55 जिले होंगे | यह संख्या यह दिखाती है कि राज्य अपनी व्यवस्था को सही से चलाने और स्थानीय स्तर पर लोगों की जरूरतों का ध्यान रखने के लिए लगातार काम कर रहा है | हाल ही में राज्य ने तीन नए जिले जोड़े, जिससे यह संख्या 52 से बढ़कर 55 हो गई है | यह बदलाव राज्य को नई परिस्थितियों के हिसाब से ढलने और बढ़ती हुई आबादी और क्षेत्रों की आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा करने में मदद करता है |
Mp राज्य का सबसे बड़ा जिला कौनसा है ?
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा जिला छिंदवाड़ा है, जो 11,815 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है | इस विशाल क्षेत्र में घने जंगल और कृषि भूमि शामिल हैं, जो छिंदवाड़ा को एक विविधता से भरा जिला बनाते हैं | यह जिला मध्य प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्धि को दर्शाता है |
MP राज्य में साक्षरता दर अधिक किस जिले में है?
मध्यप्रदेश राज्य के इंदौर जिले में साक्षरता दर 80.87% है, जो राज्य में सबसे अधिक है | इसका मतलब है कि इंदौर में ज्यादातर लोग पढ़ और लिख सकते हैं | इंदौर शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे है और इसने शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | यह राज्य और देश के अन्य हिस्सों के लिए एक प्रेरणा है |
MP राज्य में न्यू जिले कौन कौन से है ?
मध्य प्रदेश के सबसे नए जिले छछौरा, मैहर और नागदा हैं | इन जिलों का निर्माण 2020 में किया गया था | इन नए जिलों को जोड़ने के बाद राज्य के जिलों की संख्या बढ़कर 55 हो गई |इन जिलों के गठन से सरकार को हर क्षेत्र की जरूरतों को बेहतर तरीके से समझने और पूरा करने में मदद मिलती है |
इस कंटेंट टॉपिक का निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं, जो राज्य के प्रभावी प्रबंधन में मदद करते हैं | हर जिले की अपनी विशिष्ट पहचान और संस्कृति है, जो राज्य के विकास में अहम योगदान देती है | प्रशासनिक ढांचा जिले-वार बंटा हुआ है, जिससे संसाधनों का सही तरीके से उपयोग और नीतियों का पालन करना सरल हो जाता है | 2020 में, राज्य ने तीन नए जिले जोड़कर इसे और भी प्रभावी बनाया | साथ ही, मध्य प्रदेश के जिलों की सूची यह भी दिखाती है कि राज्य कितना विशाल और विविध है, और हर जिले की खासियत अलग है | राज्य के विकास के लिए विभिन्न विभाग और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर काम करते हैं, जिससे हर क्षेत्र में संतुलित का विकास और प्रगति हो सके |
Note – हमारे द्वारा इस टॉपिक्स में जो जानकारी बताई है वो एक इंटरनेट और सोशिअल मिडिया प्लेटफॉर्म के जरिये एक बेब पेज फॉर्मेट में आप तक प्रोवाइड करवाई है | धन्यवाद